जलने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता requirement of oxygen to burn  
आवश्यक सामग्री: एक कांच का ग्लास ,एक थोड़ी गहरी प्लेट ,पानी ,मोमबत्ती |
सिद्धांत-जलने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है |
आवश्यक सामग्री: एक कांच का ग्लास ,एक थोड़ी गहरी प्लेट ,पानी ,मोमबत्ती |
सिद्धांत-जलने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है |
 बनाने की विधि-कार्य विधि- प्लेट में  मोमबत्ती को खड़ा  कर दो फिर  मोमबत्ती को जला  दो  | प्लेट में पानी भर दो ,सावधानी से ग्लास को मोमबत्ती के उपर  रख दो हम देखते है   कि थोड़ी ही देर में मोमबत्ती बुझ जाती है और  थोडा  सा पानी ग्लास में उपर चढ़ जाता है| जब तक ग्लास की वायु में ऑक्सीजन होती है तब तक मोमबत्ती जलती है  अर्थात जलने के लिए ऑक्सीजन  की आवश्यकता होती है
बनाने की विधि-कार्य विधि- प्लेट में  मोमबत्ती को खड़ा  कर दो फिर  मोमबत्ती को जला  दो  | प्लेट में पानी भर दो ,सावधानी से ग्लास को मोमबत्ती के उपर  रख दो हम देखते है   कि थोड़ी ही देर में मोमबत्ती बुझ जाती है और  थोडा  सा पानी ग्लास में उपर चढ़ जाता है| जब तक ग्लास की वायु में ऑक्सीजन होती है तब तक मोमबत्ती जलती है  अर्थात जलने के लिए ऑक्सीजन  की आवश्यकता होती है   यहाँ तक तो ये प्रयोग ठीक है परन्तु किताबों में इसे यह कह कर बताया गया है जितना पानी उपर चढा वो गिलास के अंदर उपस्थित आक्सीजन की मात्रा   के बराबर होगा यह ठीक नहीं है 
वास्तव में ये होता ये है कि जब गिलास में मोमबत्ती जलती है तो अंदर वायु गर्म होने से वायु दबाव कम हो जाता है प्लेट और गिलास मिलन  के स्थान से वायु दबाव संतुलन के लिए पानी अंदर चला जाता है यदि हम कोई रबर की शीट प्लेट जैसी ले तो सील हो जाने से पानी उपर नहीं चडेगा |   
द्वारा--दर्शन बवेजा ,विज्ञान अध्यापक ,यमुना नगर ,हरियाणा
 
 
कितने सालों तक हम गलत पढते रहे
ReplyDeleteप्रारम्भ में रसायन विज्ञान के अध्ययन को केमिटेकिंग कहा जाता था। रसायन विज्ञान के अन्तर्गत द्रव्य के संघटन तथा उसके अति सूक्ष्म कणों की संरचना का अध्ययन किया जाता है।
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